Thursday, 18 August 2022

लाल द्वीप - १०

  

१०. सनसनीखेज़ प्रेषण

छः साल बीत गए. क्वरन्टाईन के कारण पूरी दुनिया से अलग-थलग पड़ गए द्वीप को भुला दिया गया था.  समय-समय पर नौकायन करने वाले नाविक अपनी दूरबीनों से खाली पड़े किनारे पर घनी हरियाली, अलग-थलग चट्टानें और आग से भग्न अवशेषों को देखा करते.

सात साल का समय आवश्यक था यह सुनिश्चित करने के लिए कि महामारी का प्रकोप अपने आप शांत हो गया है और द्वीप फिर से सुरक्षित हो गया है. सातवें साल के आरम्भ में वहाँ एक अभियान दल जाने वाला था, जो खोज बीन करता और मूरों के पुनर्वसन के लिए परिस्थितियाँ तैयार करता, जिससे इस धरती को फिर से बसाकर वहाँ उपनिवेश बनाया जाए. खुद मूर, जो कंकाल हो चुके थे, अभी भी लार्ड ग्लिनर्वान की खदानों में सड रहे थे. 

मगर सातवें साल के बिल्कुल आरम्भ में सभ्य जगत अचानक एक अप्रत्याशित सनसनीखेज़ रेडियोग्राम से चौंक गया. अमेरिका, इंग्लैण्ड और अफ्रीका के रेडियो स्टेशन्स ने रात को यह सन्देश प्राप्त किया:

“हैजा ख़त्म हो गया. खुदा के रहम से ज़िंदा और तंदुरुस्त हैं, उम्मीद करते हैं कि आप भी अच्छे होंगे. 

 सादर, आपके इथोपियन्स”.

अगली सुबह अमेरिका और यूरोप के अखबारों में बड़े-बड़े शीर्षकों से छपा:

“द्वीप रेडियोग्राम भेज रहा है! रहस्यमय प्रेषण! क्या इथोपियन्स वाकई में ज़िंदा हैं?” 

“अपनी दादी की फलालैन की पतलून की कसम,” लाल द्वीप से भेजे गए रहस्यमय प्रेषण के मजमून के बारे में जानकर मिशेल अर्दान चीखा , “मैं इस बात से हैरान नहीं हूँ, कि वे ज़िन्दा हैं, बल्कि इस बात से परेशान हूँ कि वे रेडियोग्राम्स भी भेज रहे हैं. क्या खुद शैतान ने उनके लिए रेडियो ट्रांसमीटर बनाया है?

द्वीप से आई खबर ने लार्ड ग्लिनर्वान को गहरी सोच में डाल दिया. मगर मूर पूरी तरह बदहवास हो गए. रिकी-टिकी-तवी ने दुराग्रहपूर्वक लार्ड को मनाया:

“ मेहेरबान, अब सिर्फ एक ही उपाय बाकी है: जितनी जल्दी हो सके, अभियान को रवाना करने का हुक्म दें, वरना क्या होगा? द्वीप तो आपका है. कब तक हम यहाँ झुलसते रहेंगे.”

“देखेंगे,” लार्ड ने इत्मीनान से जवाब दिया.

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